दिल्ली यूनिवर्सिटी के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज में एडमिशन के लिए आसमान छूती मेरिट
दिल्ली यूनिवर्सिटी के सबसे फेमस कॉलेज श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) का 2025 कटऑफ देखकर छात्र और अभिभावक दोनों हैरान रह गए हैं। इस बार की मेरिट इतनी ऊंची है कि कई मेधावी छात्र भी इसकी उम्मीद नहीं कर रहे थे। इस बार cuet का पेपर बोहोत हार्ड आया था।
जिसके कारन स्कोर तो कम हुआ लेकिन कटऑफ फिर भी हाई रहेगी और इस बार तो बोहोत कम बच्चे 100 पेरेंटीलेर थे लेकिन फिर भी कटऑफ कम नहीं होगी क्यों की जिन्होंने टॉप किया है वे सभी स्टूडेंट टॉप कॉलेज में जाना चाहे गे बस यही वजह है की हर साल की तरह इस साल भी कटऑफ ज्यादा जाएगी खास कर फेमस कॉलेज की तो चलिए जानते है इस साल की एक्सपेक्टेड कटऑफ।
क्या है SRCC कटऑफ 2025?
CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के आधार पर तय होने वाले इस साल के कटऑफ में 1000 में से 890 स्कोर करने वाले छात्रों को पहले अलॉटमेंट राउंड में सीट मिल सकती है। जबकि कुछ सूत्रों के अनुसार, जनरल कैटेगरी के लिए कम से कम 900 अंक और अन्य कैटेगरी के लिए 750 अंक जरूरी हैं अगर आपको srcc में अड्मिशन लेना है तो।
छात्रों के लिए चुनौती
यह कटऑफ 95% से भी ज्यादा मार्क्स के बराबर है, जो दिखाता है कि कितनी कड़ी प्रतियोगिता है। B.Com (Hons) जैसे लोकप्रिय कोर्स के लिए तो यह कटऑफ और भी ज्यादा कठिन है।
क्यों इतनी high है मेरिट?
1. बढ़ते Competition में SRCC की बढ़ती लोकप्रियता और इसकी प्रतिष्ठा के कारण हर साल अधिक से अधिक छात्र यहां एडमिशन लेना चाहते हैं। और अच्छी नौकरी पाना चाहते है।
2. fix सीटें कॉलेज में सीटों की संख्या सीमित है, जबकि आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या लाखों में है।
3. CUET का प्रभाव CUET सिस्टम लागू होने के बाद छात्रों को अधिक स्कोर करने की जरूरत होती है, जिससे कटऑफ बढ़ता जा रहा है।
छात्रों का response
सोशल मीडिया पर छात्र अपनी हैरानी व्यक्त कर रहे हैं। कई छात्र जिन्होंने 750+ स्कोर किया है, वे भी SRCC में एडमिशन को लेकर चिंतित हैं। एक छात्र ने कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि 89% से ज्यादा मार्क्स के बाद भी SRCC में एडमिशन मुश्किल होगा।
अभिभावक भी इस स्थिति से परेशान हैं। कई माता-पिता का कहना है कि बच्चों पर दबाव बहुत बढ़ गया है और शिक्षा व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।
आगे की राह
इस स्थिति को देखते हुए छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे:
- बैकअप प्लान तैयार रखें
- अन्य अच्छे कॉलेज के विकल्प भी देखें
- दूसरे राउंड का इंतजार करें
- काउंसलिंग प्रक्रिया को समझें
निष्कर्ष
SRCC कटऑफ 2025 ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था में competition कितनी तीव्र है। यह न केवल छात्रों के लिए बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र के लिए एक चुनौती है। हालांकि यह स्थिति निराशाजनक लग सकती है, लेकिन छात्रों को याद रखना चाहिए कि सफलता के लिए कई रास्ते हैं और एक कॉलेज उनके भविष्य को पूरी तरह से तय नहीं करता।
इस रिकॉर्ड कटऑफ का मतलब यह है कि आने वाले समय में छात्रों को और भी बेहतर तैयारी करनी होगी और शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव की जरूरत है।